मुजफ्फरनगर । चर्चित पंडित ढाबे पर पहचान चेकिंग अभियान के तहत दौरान पेंट उतारने का आरोप लगाने वाला गोपाल तजम्मुल निकला। पंडित जी वैष्णो ढाबा फिलहाल बंद हुआ, संचालकों पर मारपीट का मुकदमा भी दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि उनके लोगों ने पहचान के लिए किसी ढाबे वाले की पैंट नहीं उतारी थी. उनपर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं. जबकि, असल में नाम बदलकर ढाबा चलाया जा रहा था. तजमुल ने बताया कि ढाबा संचालक सनव्वर ने उसे नाम बदलकर होटल पर काम करने के लिए कहा था । होटल के कर्मचारियों ने स्वामी जी की टीम पर पेंट उतारने और जबरन पहचान करने का आरोप लगाया था। इस मामले में नई मंडी कोतवाली पुलिस ने महाराज जी की टीम के छह सदस्यों को नोटिस जारी किया है। पुलिस ने उन्हें तीन दिन के अंदर जवाब देने को कहा है। स्वामी यशवीर ने बुधवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर पुलिस को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि नोटिस का जवाब दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर टीम के सदस्यों पर मुकदमा दर्ज किया गया तो मुजफ्फरनगर समेत पूरे उत्तर प्रदेश में आंदोलन होगा। स्वामी यशवीर ने कहा कि पूरा सनातनी समाज इन छह सदस्यों के साथ खड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि यह आंदोलन सिर्फ उत्तर प्रदेश तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे भारत में फैलेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे सनातन धर्म के देवी-देवताओं के नाम के बोर्ड का दुरुपयोग नहीं होने देंगे। इसके लिए उन्हें जेल भी जाना पड़े तो वे तैयार हैं।
