मुजफ्फरनगर। एसएसपी संजय कुमार वर्मा के निर्देश पर नकली किताब बनाने वाले सिंडिकेट का खुलासा कर खतौली पुलिस और SOG की संयुक्त बड़ी कार्यवाही.. धड़ल्ले से छापी जा रही भारी मात्रा मे तैयार एनसीईआरटी की नकली किताब और उपकरण मशीन सहित दो लग्जरी गाड़ियां बरामद कर मौके से आठ लोगों को किया गिरफ्तार किया है। पकडी गई किताबों व सामान की कीमत तीन करोड़ रुपये बताई गई है। गिरोह द्वारा दिल्ली गाजियाबाद राजस्थान जयपुर पटना बिहार करनाल हरियाणा के अलावा यूपी के कई जनपदों में थी नकली किताबों की सप्लाई की जा रही थी।
पुलिस द्वारा बेहतरीन खुलासे को लेकर ADG मेरठ द्वारा ₹100000 का नगद इनाम की घोषणा की है। एसएसपी ने प्रेस वार्ता कर खुलासा किया कि पकड़ी गई किताब और मैटरियल की क़ीमत लगभग तीन करोड रुपए बताई जा रही है। आरोपियों ने खतौली कस्बे में गोदाम बनाया गया था। पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर छापे की कार्यवाही की।पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने गांव भैसी में एक गोदाम और हरियाणा के पानीपत में एक प्रिंटिंग प्रेस बना रखी थी, जहां पर फर्जी किताबें छापी जाती थीं। इसके बाद इन्हें अलग-अलग राज्यों में भेजा जाता था। पुलिस ने भैसी स्थित गोदाम पर छापा मारकर वहां से 1.33 लाख से अधिक फर्जी NCERT किताबें, एक प्रिंटिंग मशीन, पेपर रोल, इंक, बुकबाइंडिंग सामान, और तीन वाहन—महिंद्रा थार, होंडा सिटी कार और स्वराज माज़दा कैंटर—भी जब्त किए हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान आदिल मेवाती, अनिल चौहान, राहुल राणा, राजू शर्मा, सत्येंद्र सिंघल, जावेद, और अमित सैनी के रूप में हुई है। सभी आरोपी मेरठ जिले के रहने वाले हैं। पुलिस के अनुसार ये लोग लंबे समय से नकली किताबों का यह अवैध कारोबार चला रहे थे। ये किताबें स्कूल स्तर पर भी खपाई जा रही थीं। अब पुलिस स्कूलों और बुक डीलरों की भूमिका की भी जांच कर रही है।
