मुज़फ्फरनगर। बालाजी चौक पर स्थित नर्सिंग होम मे डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि इसके कारण मरीज को अपनी टांग गँवानी पड़ी। पीड़ित की शिकायत पर CMO ने जांच समिति गठित कर दी है।
विगत 16 मई को बाइक सवार अफजाल अहमद का कार से एक्सीडेंट हो गया था। वहीं आइएमए के डॉक्टर सुनील चौधरी का कहना है कि पैसे उगाहने के लिए लगाए गए झूठे आरोप। एक मरीज अफ़ज़ल नाम से ट्रैफिक एक्सीडेंट में पैर को गाड़ी से कुचल जाने के कारण इलाज के लिए आया। प्राथमिक चिकित्सा किसी पीएचसी पर करा कर मेरे यहाँ लाया गया। जांच के बाद देखा गया कि एंकल के ऊपर से लेग बोन के १० से ज़्यादा टुकड़े ही और संकल जॉइंट डिस्लोकेट ही और पंजे में खून का सर्कुलेशन नहीं ही।मरीज को बता दिया गया की ऑपरेशन से लेग बच सकता है पर पंजे का बचना मुश्किल है। उसका लेग का और एंकल का ऑपरेशन कर दिया गया और पंजे का कोई ऑपरेशन नहीं किया क्योंकि वहाँ सर्कुलेशंस नहीं था। अगले दिन लेग तो बच गया पर पंजे कोई सर्कुलेशन नहीं आया और ये बात कन्फर्म करने के लिए सी टी स्कैन भी कराया। इस की तस्दीक के लिए सर्कुलेशन के डॉ रज़ा को भी दिखाया। मरीज के तीमारदार मरीज को आगे दिखाने के लिए कह कर मरीज़ को ले गए/ कल कागजात के लिए आए तो उनसे पी एच सी के पर्चे मांगे और बकाया पैसे की बात की तो वो धमकी देकर और किसी पार्टी के सदस्यों को ले कर आए और उल्टा ग़लत व्यवहार कर के एक्सटॉरशन की बात की।
