मुजफ्फरनगर। राष्ट्रीय सामाजिक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने भारतीय सेना को पराक्रमी बताते हुए कहा कि पहलगाम में निर्दोष, निहत्थे पर्यटकों की हत्या करने वाले आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना का पराक्रम है। इसने हर भारतीय को गौरवान्वित किया और दुनिया ने भारत की ताकत को देखा। इस ऑपरेशन के सहारे भारतीय नागरिकों ने आतंकवाद का समूल नाश होने की आशा की थी, लेकिन ट्रंप के इशारे पर सरकार के सीज फायर के निर्णय से हर देशवासी को आघात पहुंचा और इससे सेना का भी कहीं न कहीं मनोबल गिरा है। ऐसे में भारतीय सैनिकों का मनोबल बढ़ाना की आरती में भाग लेकर प्रार्थना के साथ उन्होंने भुरादेव एवं मां शाकुम्भरी मंदिर जाकर पूजा अर्चना की।
प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का पोषक है, यह बात किसी से छिपी नहीं है। भारत अनेक बार इसके साक्ष्य भी दुनिया को दे चुका है। हर बार भारत ने संयम का प्रदर्शन किया है, लेकिन पहलगाम में निर्दोष 26 पर्यटकों की हत्या करने वाले आतंकवादियों को सबक सिखाना जरूरी है। ऑपरेश सिंदूर के सहारे भारतीय सेना ने जो पराक्रम दिखाया, उस पर देश के हर नागरिक को गर्व है। पूरा देश पाकिस्तान के खिलाफ सरकार के साथ एकजुट है, हर फैसले का समर्थन देश कर रहा है, लेकिन इस बार पाकिस्तान के खिलाफ गंभीर और निर्णायक कार्यवाही की आशा कर रहे नागरिकों को सीजफायर के निर्णय ने निराश किया है। उन्होंने कहा कि अपने तिरंगे का मान बचाने क लिए प्रत्येक भारतवासी एकजुट है और आज भी यही मांग हो रही है कि पाकिस्तान के खिलाफ, आतंकवाद के खिलाफ गंभीर और कठोर कार्यवाही की जाये। पीओके को वापस लेने का यह अच्छा अवसर था। इस निर्णय से सेना का मनोबल भी गिरा है। वो भारतीय सैनिकों के दीर्घायु होने और उनका मनोबल बढ़ाने की प्रार्थना लेकर मां शाकुम्भरी के दरबार में पहुंचे और वहां पर पूजा अर्चना की गई। उनका कहना है कि भारत सरकार को देश की भावना को देखते हुए पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़नी चाहिए।
