चमोली। जिले में गत दिनों एक जली हुई कार और उसमें महिला का कंकाल की घटना ने सनसनी फैला दी थी। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि छह अप्रैल को तपोवन-सुभाई सड़क पर भविष्य बदरी के पास चाचड़ी गांव के नजदीक एक जली कार में महिला का जो शव बरामद हुआ था। उस महिला की पहचान श्वेता पदमा सेनापति के रूप में हुई। वह अपने भाई सुनील सेनापति के साथ ढाक में एक होम स्टे में रह रही थी। पांच अप्रैल की शाम को वह दोनों भविष्य बदरी मंदिर गए और लौटते समय आखिरी बार उनकी जली हुई कार और ड्राइवर सीट के बगल वाली सीट पर महिला का जला हुआ कंकाल मिला था।
घटना के बाद से सुनील सेनापति लापता चल रहा था, उसकी तलाश के लिए पुलिस की एक टीम उनके गृह क्षेत्र बंगलूरू भी गई। जहां पुलिस टीम को जांच में पता चला कि दोनों भाई-बहन आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। माता-पिता के बाद एक भाई की कोविड के दौरान मौत हो गई। करीब 16 साल से उनका रिश्तेदारों से संपर्क नहीं था। उनके पास दो प्लाट और एक मकान था जिसे वे पहले ही बेच चुके थे। इस पर पुलिस टीम ने गुरुवार को आईटीबीपी एसडीआरएफ, डीडीआरएफ व डॉग स्क्वाड को संयुक्त अभियान के दौरान घटनास्थल से करीब 400 मीटर गहरी खाई में एक लाल स्वेटर दिखा। टीम चट्टानी रास्ते से रस्सियों के सहारे खाई में उतरी तो झाड़ियों में सुनील सेनापति की लाश मिली। सिर पर गहरे ज़ख्म और हाथ जले हुए थे। पुलिस का कहना है कि जिस जली कार में महिला का शव मिला था उसके लापता भाई का शव घटनास्थल से कुछ दूरी पर खाई में पड़ा मिला। उसके हाथ भी कुछ जले हुए थे। युवक ने महिला को जलाने के बाद खुद भी आत्महत्या कर ली ऐसा पुलिस कह रही है। उन्होंने ऐसा कदम आर्थिक तंगी के कारण उठाया। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत के वास्तविक कारणों का पता चल पाएगा।
