“सर्व धर्म सम्मान की मिसाल: समाजसेवी व उद्यमी एम.के. भाटिया ने दी ईद की मुबारकबाद”
चंडीगढ़। समाजसेवी और उद्यमी एम.के. भाटिया, जो सामाजिक समरसता और परोपकार के लिए जाने जाते हैं, ने ईद-उल-फितर के पावन अवसर पर सभी को ईद की मुबारकबाद दी। उन्होंने इस खास मौके पर समाज में सौहार्द, भाईचारे और एकता के महत्व को रेखांकित किया
सभी धर्मों का सम्मान, समाज को जोड़ने का संदेश
एम.के. भाटिया ने कहा,
“भारत की असली ताकत इसकी विविधता में है। सभी धर्मों का सम्मान और एक-दूसरे के त्योहारों को मिलकर मनाना ही हमारी सांस्कृतिक विरासत को मजबूत बनाता है। ईद हमें आपसी प्रेम, दया और सेवा का संदेश देती है, और यही मूल्य हमें एक सशक्त समाज की ओर ले जाते हैं।”
सामाजिक कार्यों में अग्रणी एम.के. भाटिया
एम.के. भाटिया सिर्फ एक सफल उद्यमी ही नहीं, बल्कि एक सक्रिय समाजसेवी भी हैं। वे शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक सशक्तिकरण के क्षेत्र में कई पहलों से जुड़े रहे हैं। ईद के इस अवसर पर भी उन्होंने जरूरतमंदों की सहायता करते हुए गरीब परिवारों को राशन व आवश्यक वस्तुएं वितरित कीं, ताकि हर कोई इस त्यौहार की खुशियों में शामिल हो सके।
सामुदायिक सौहार्द और सेवा का संदेश
भाटिया ने अपने संदेश में सभी से आह्वान किया कि वे समाज में आपसी भाईचारे, सहयोग और शांति को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा कि चाहे होली हो, दिवाली हो, गुरुपर्व हो या ईद—हर त्यौहार का सार प्रेम और एकता में निहित है।
“साथ मिलकर मनाएं त्योहार, बढ़ाएं सौहार्द और खुशहाली”
ईद की मुबारकबाद देते हुए एम.के. भाटिया ने यह भी कहा कि हमें सभी धर्मों का सम्मान करते हुए अपने आस-पास जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए, जिससे हर व्यक्ति त्योहारों की खुशी को महसूस कर सके।
उनके इस संदेश को समाज के हर वर्ग से सराहना मिली और यह एक बार फिर साबित हुआ कि वे न केवल एक सफल उद्यमी बल्कि समाज को जोड़ने वाले प्रेरणास्त्रोत भी हैं।
