मुजफ्फरनगर। बड़ी जीएसटी चोरी में टिहरी रोलिंग मिल के फंसने के बाद दूसरी रोलिंग मिल भी निगरानी में आ गई हैं। ज्वाइंट कमिश्नर सिद्धेश दीक्षित ने सभी रोलिंग मिलों को स्थलीय निरीक्षण कर फिलहाल 15 रोलिंग मिलों के प्रवेश द्वार पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं, जिनके माध्यम से मिल में आने-जाने वाले वाहनों पर सहारनपुर और लखनऊ मुख्यालय के अधिकारी निगरानी में लगे हैं। वहीं, तीन रोलिंग मिलों के पिछले द्वार को मिट्टी लगाकर बंद कराया गया है। सबसे बडी जीएसटी चोरी के मामले में फंसी टिहरी सरिया मिल के डायरेक्टर सतीश गोयल ने अपनी मिल से ही श्री शैलजा रोलिंग मिल की आवाजाही होने का कारण बताते हुए एक ही द्वार पर कैमरा लगवाया है, लेकिन इसके बाद वहां मोबाइल यूनिट को सत्यता जांचने के लिए लगाया गया है। पिछले 10 दिन से सीसीटीवी से आनलाइन हो रही निगरानी के चलते सभी वाहनों के ई-वे बिल की जांच में विभागीय अधिकारियों को चोरी जीएसटी चोरी रूकने की संतुष्टी होने लगी है। हालांकि मुख्यालय से 24 घंटे निगरानी होने पर जनपद में नितिन वाजवाई के नेतृत्व में तीन मोबाइल यूनिट कार्य कर रही है।
टिहरी आयरन एडं स्टील कास्टिंग, श्री जयबालाजी स्टील, बीएसडब्लू स्टील, भारत स्टील रोलिंग मिल, श्री सिद्धबली स्टील, अमन रोलिंग मिल, सर्वोत्तम रोलिंग मिल, स्वरूप रोलिंग मिल, अंबा शक्ति स्टील, बरनाला स्टील, श्री सतगुरु मैटालायस, वहलना स्टील, अवध एलायस, श्री राधे मेटाकास्ट और जय मातेश्वरी एलायस प्राइवेट लिमेटिड रोलिंग मिल के प्रवेश द्वार पर सीसीटीवी लगवाए गए हैं। स्टेट जीएसटी के ज्वाइंट कमिश्नर सिद्धेश दीक्षित ने बताया कि मुजफ्फरनगर की रोलिंग मिलों के प्रवेश द्वार पर विभाग ने सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं। कैमरों के जरिए आनलाइन सहारनपुर और लखनऊ मुख्यालय से मिलों के आने-जाने वाले माल वाहनों की निगरानी होगी। ई-वे बिलों की जांच होगी। संदिग्ध गतिविधि होने पर मोबाइल यूनिट तुंरत भेजी जाएगी। इसके लिए 24 घंटे स्टाल तीन पालियों में काम करेगा।
