मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल का एक प्रतिनिधिमंडल अशोक कंसल, पूर्व विधायक के नेतृत्व में जीएसटी जॉइंट कमिश्नर सिद्धेश दीक्षित से मिला प्रतिनिधि मंडल में श्याम सिंह सैनी जिला महामंत्री ,अजय सिंघल नगर अध्यक्ष, प्रवीण खेड़ा,सरदार सुलखान सिंह, दिनेश बंसल, पंकज शर्मा आदि प्रतिनिधि मंडल ने निम्न मांगे जीएसटी कमिश्नर के सामने रखी—
1- महत्वहीन गलतियों पर व्यापारियों /उद्यमियों की गाड़ी को ने रोकें क्योंकि महत्वहीन गलतियों से टैक्स की चोरी नहीं होती. यदि टैक्स की इनवॉइस पर खरीदार व्यापारी का पूरा पता लिखा है लेकिन ई वे बिल में संक्षिप्त पता लिखा है तो इसे गाड़ी को रोकने का आधार नहीं बनाया जाना चाहिए.
2- व्यापारियों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार विभाग ने करें.
3- व्यापारियों से टैक्स जमा करने के लिए डीआरसी फार्म तभी भरवा यजब व्यापारी अपने केस में कानूनी कार्यवाही आगे ने बढ़ाना चाहता हो क्योंकि लिखित सरकारी आदेश के बिना स्वेच्छा से टैक्स जमा करने पर व्यापारी को अपील करने का अधिकार नहीं रहता.
5- ट्रक में एक से अधिक व्यापारियों का माल होने पर उनको सूचित किया जाएगा ताकि सही होने पर वह अपना माल ले जा सके गाड़ी रोड पर पकड़ने पर अधिकारी अपना नाम व नंबर ड्राइवर को देगा ताकि वह माल के मालिक को बता सके.
7- गुड़ की नगरी में स्थित गुड़ की मंडी में गुड़ की आवक बड़े इसके लिए जीएसटी विभाग को गुड माफिया पर रोक लगानी चाहिए ताकि गुड माफिया किसानों के नाम पर अन्य प्रदेशों में गुड़ की सप्लाई न कर सके.
उपरोक्त मांगों पर जीएसटी कमिश्नर ने सहमति जताई.
