मुजफ्फरनगर। लेडीज़ क्लब द्वारा एक विशेष संगीत संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें पुराने समय की पारंपरिक परंपराओं और लोकगीतों की यादें ताज़ा की गईं। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को जोड़ना और पारंपरिक संस्कृति को जीवंत बनाए रखना था। इस आयोजन के माध्यम से सदस्यों ने ढोलक की थाप पर पारंपरिक गीत गाकर पुरानी परंपराओं को पुनर्जीवित किया।
कार्यक्रम की आयोजक लेडीज़ क्लब की उपाध्यक्ष मंजरी कुमार जी और पूर्व सचिव सरिता स्वरूप जी जिनके कुशल निर्देशन और प्रयासों से यह संगीतमय संध्या सफल रही। उन्होंने बताया कि “पुराने समय में ये गीत केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि परिवार के मेल-मिलाप और आपसी भावनाओं के इज़हार का माध्यम भी थे। महिलाएं खुद अपने गीतों की रचना कर उनमें भावनाएं व्यक्त करती थीं। इसी परंपरा को पुनः जीवंत करने का यह एक छोटा सा प्रयास है।”
इस आयोजन में लेडीज़ क्लब की अध्यक्ष रीना अग्रवाल जी, पूर्व सचिव सरिता स्वरूप जी, संयुक्त सचिव रेनू अग्रवाल जी, और क्लब की प्रमुख सदस्याओं रमा भाटिया , कोषाध्यक्ष मोनिका गोयल , डॉ मंजू प्रभाकर जी, अनु अग्रवाल जी, अंजू अग्रवाल जी, नीरू गोयल जी, मोनिका ,नीता, सान्या बिंदल,नीरू गोयल ,लता अग्रवाल जी, अंजू गुप्ता, प्रेरणा गुप्ता जी, चारु,मुक्ता , रेखा सहित अन्य बोर्ड मेंबर्स ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं ने पारंपरिक गीतों के साथ-साथ हास्य और व्यंग्य से भरे गीत भी प्रस्तुत किए, जिनमें पुराने समय की सामाजिक और पारिवारिक भावनाओं की झलक देखने को मिली। सभी सदस्यों ने इस प्रयास की सराहना की और इसे आगे भी जारी रखने की इच्छा व्यक्त की।
कार्यक्रम का समापन सामूहिक गीत प्रस्तुति और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। लेडीज़ क्लब की यह संगीतमय पहल सभी के लिए यादगार रही, जिसने महिलाओं को एक मंच देकर उनकी पारंपरिक कला और संस्कृति को संजोने का अवसर प्रदान किया।
