शामली। झिंझाना मुठभेड़ में जख्मी STF के इंस्पेक्टर सुनील कुमार का निधन हो गया है। बदमाशों से मुठभेड़ में पुलिस इंस्पेक्टर की शहादत हो गई।
शामली में मुठभेड़ में ज़ख्मी होने से पहले इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने चार शातिर अपराधियों को मार गिराया था। तीन दिन पहले हुई मुठभेड़ में सुनील बेहद गंभीर रूप घायल थे उन्हें कई गोलियां लगी थी। शामली में STF के साथ मुठभेड़ में मुस्तफा कग्गा गैंग के कुख्यात सदस्यों के साथ हुई मुठभेड़ में घायल इंस्पेक्टर सुनील कुमार का उपचार के दौरान निधन हो गया। मेरठ एसटीएफ को लीड करने वाले इंस्पेक्टर सुनील कुमार की उपचार के दौरान जिंदगी की जंग हार गये। इंस्पेक्टर सुनील कुमार शामली में सोमवार की देर रात्रि चार बदमाशों के साथ हुई थी मुठभेड़ गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था । यूपी पुलिस के जांबाज इंस्पेक्टर सुनील कुमार की शहादत पर शत-शत नमन।
जाबांज इंस्पेक्टर सुनील कुमार को 4 बदमाशों को ढेर करने के दौरान 3 गोलियां लगी थी। दो गोली पेट और तीसरी गोली लिवर में लगी थी। मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। डॉक्टर्स ने दो गोली निकाल दी थी, लेकिन लिवर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। वे 1990 में पुलिस में भर्ती हुए और 2002 से एसटीएफ में तैनात चल रहे थे। उन्होने 5 लाख के इनामी अम्बिका पटेल उर्फ़ ठोकिया , 50 हजारी उमर केवट , सवा लाख के इनामी आदेश बालियान , अनिल दुजाना , सोनू मटका आदि कुख्यात बदमाशों को ढेर किया था। 2012-13 में मेरठ यूनिट में रहते हुए सुनील ने एक – एक लाख के इनामी सुशील मूँछ , बदन सिंह बद्दो और भूपेंद्र बाफर को गिरफ्तार करने में भी सफलता हासिल की थी।
