मुजफ्फरनगर। श्रीराम कॉलेज में लोहडी का त्यौहार बडी धूम-धाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज के निदेशक डा एसएन चौहान तथा विशिष्ट अतिथियों में श्रीराम कॉलेज की प्राचार्या डा प्रेरणा मित्तल, श्रीराम कॉलेज के निदेशक डा अशोक कंुमार, डीन एकेडमिक्स डा विनीत कुमार शर्मा, बेसिक साइंस की डीन डा पूजा तोमर, गृह विज्ञान की डीन डा श्वेता राठी आदि उपस्थित रहे।
इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं ने आपस में एक दूसरे को लोहडी की बधाई दी तथा अग्नि के फेरे लेते हुये मूंगफली, रेवडी को प्रसाद के रूप में वितरित किया। इस अवसर पर सभी ने मंगल गीत भी गाये।
इस अवसर पर श्रीराम कॉलेज की प्राचार्या डा प्रेरणा मित्तल ने बताया कि लोहडी का त्योहार फसल की कटाई और बुआई की खुशी में मनाया जाता है। यह त्यौहार मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश में बडी धूमधाम से मनाया जाता है। लोहडी उत्तर भारत का एक प्रमुख और पारंपरिक त्योहार है यह पर्व मकर संक्रांति से एक दिन पहले मनाया जाता है। इस दिन मूंगफली, तिल, गुड, गजक, खाने की परंपरा है।
इस अवसर पर श्रीराम कॉलेज के निदेशक डा अशोक कुमार ने बताया कि यह त्यौहार सर्दियों के अंत का प्रतीक है। उन्होने लोहडी के इतिहास के बारे में बताया कि यह त्यौहार भगवान श्री कृष्ण से भी संबंधित है। जब कंस लोहिता को गोकुल भेजकर श्री कृष्ण को मारना चाहता था, लेकिन कृष्ण जी ने लोहिता का ही वध कर दिया। कृष्ण जी की इस विजय के कारण भगवान की महिमा और कंस के अत्याचार के खिलाफ उनके संघर्ष की कहानी प्रसिद्ध हुई। लोहिता राक्षसी के मारे जाने के उपलक्ष्य में ही उसी समय से लोहड़ी का पर्व मनाया जाता है।
इस अवसर पर डीन एकेडमिक्स डा विनीत कुमार शर्मा ने बताया कि लोहडी खासतौर से सिख, और पंजाबियो का त्योहार है। नई फसल के आने की खुशी में ये त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन घरो में पिन्नी, नए चावल, और ताजा गुड की खीर, तिल, मूंगफली की चिक्की और मक्के की रोटी और सरसो का साग बनाया जाता है।
इस अवसर पर पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष रवि गौतम, बाहय प्रवेश समन्वयक नीतू सिंह, बेसिक साइंस विभाग की विभागाध्यक्षा डा पूजा तोमर, ललित कला विभाग की विभागध्यक्षा मीनाक्षी काकरान, बीनू पुंडीर तथा अन्य सभी विभाग के विभागाध्यक्ष तथा प्रवक्ता गण उपस्थित रहे।
