मुजफ्फरनगर। विश्व हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किये गये। जिसमें श्रीराम कॉलेज मुजफ्फरनगर के शिक्षा विभाग द्वारा विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर लेखन प्रतियोगिता, एवं भाषण प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्रीराम कॉलेज के निदेशक डा0 अशोक कुमार तथा श्रीराम कॉलेज की प्राचार्या डा0 प्रेरणा मित्तल मुख्य अतिथि रहे तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में डीन एकेडमिक्स डा0 विनीत कुमार शर्मा रहें।
वही श्रीराम पालिटैक्निक में विश्व हिन्दी दिवस पर विचार गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें मुख्य अतिथि संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ अश्वनी कुमार रहेए कार्यक्रम का संचालन अपलाइड सांइस की विभागाध्यक्षा स्नेहलता गर्ग ने कियाए कार्यक्रम की थीम श्एकता और सांस्कृतिक गौरव की वैश्विक आवाज श् रही । इस अवसर पर पॉलिटेक्निक तथा आई0टी0 आई0 के सभी छात्रध्छात्राओं ने बढ़चढ़ कर प्रतिभाग किया और कविता व गीत प्रस्तुत किए । जिनमें राधिकाए आदित्यए अमनए क्रिसए अयानए सचिनए कनिष्काए अंशीए अन्नयाए शहरियाबए विकुलए कार्तिकए सुमितए लक्ष्मीए शाबान ने कविता एवं अपने विचार प्रस्तुत किए ।
श्रीराम कॉलेज में हुई लेखन एवं भाषण प्रतियोगिता की शुरूआत मुख्य अतिथि व शिक्षकगणों ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्जवलित कर की। लेखन एवं भाषण प्रतियोगिता के दौरान विद्यार्थियों ने हिन्दी की विशेषताओं और सरलताओं पर प्रकाश डाला और बताया गया कि यह वह दिन है जब 10 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान द्वारा हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक के रूप में मान्यता दी गई थी
इस अवसर पर आयोजित हुई भाषण प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान शैलेष, द्वितीय स्थान आकांक्षा तथा तृतीय स्थान विशाखा ने प्राप्त किया। लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पिं्रसी द्वितीय सृष्टि एवं तृतीय रूपेन्द्र ने प्राप्त किया। श्रीराम कॉलेज की प्राचार्या डा0 प्रेरणा मित्तल ने बोलते हुए कहा कि आज के समय में हिन्दी की जो महत्ता है उसे स्वीकार करते हुये हमें अपने व्यवहार में हिन्दी भाषा का प्रयोग करना चाहिये। आगामी पीढी को हिन्दी को एक धरोहर के रूप में स्थानांतरित करना चाहिये।
इस अवसर पर श्रीराम कॉलेज के निदेशक डा0 अशोक कुमार ने बताया कि आज विश्व हिंदी दिवस है। साल 2006 से हर साल यह यह दिन सेलिब्रेट किया जाता है। विश्व हिंदी दिवस का मकसद हिंदी भाषा की बढ़ती वैश्विक पहचान और सम्मान को दर्शाना है। दरअसल अब हिंदी सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विश्व के दूसरे देशों में भी महत्वपूर्ण भाषा का स्थान रखती है। ऐसे में भारत सरकार ने 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के तौर पर मनाने की शुरुआत की ताकि हिंदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक प्रतिष्ठा मिल सके।
इस अवसर पर डीन एकेडमिक्स डा0 विनीत कुमार शर्मा ने विद्यार्थियों में हिन्दी को लेकर जो उत्साह दिखाई दिया उसकी सराहना की और इस खास दिन पर हम यह संकल्प लेते हैं कि हिंदी को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और इसे पूरी दुनिया में फैलाने की दिशा में काम करें। इस अवसर पर निर्णायक मंडल मे डा0 प्रेरणा मित्तल, प्राचार्या श्रीराम कॉलेज एवं डा विनीत कुमार शर्मा, डीन एकेडमिकस रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन शिक्षा विभाग की प्रवक्ता सपना सिंघल, तथा डॉ0 मनदीप ने सकुशल किया।
इस अवसर पर शिक्षा विभाग के प्रवक्ता डा0 जगमेहर गौतम, भानु प्रताप वर्मा, संदीप राठी, डा मनदीप, रीतु गर्ग एवं सपना सिंघल आदि उपस्थित रहे। वही पालिटैक्निक की ओर से जोनी कुमार, नितिन कुमार, छवि, शुभम गुप्ता, नितिश कुमार गोयल आदि शिक्षकगण उपस्थित रहें।
