काबुल। शनिवार को अफगानिस्तान की तालिबान सेना ने पाकिस्तान सीमा के नजदीक जवाबी हमला किया। खबर है कि तालिबान के लड़ाकों ने पाकिस्तान दो चौकियों को तबाह कर दिया है। वहीं, कई सैनिकों के मारे जाने की खबर है।
हाल ही में पाकिस्तान ने एयर स्ट्रॉइक की थी। विवाद का कारण यह है कि अफगानिस्तान ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच की सीमा डूरंड रेखा को खारिज कर दिया है, जो 19वीं सदी में अंग्रेजों द्वारा खींची गई थी। तालिबान इसे सीमा के दोनों ओर पश्तूनों के बीच विभाजनकारी रेखा के रूप में देखता है। पाकिस्तान के एक पूरे प्रांत में पहले ही विद्रोह चल रहा है। तालिबान के प्रवक्ता इनायतुल्ला खोवाराजमी ने कहा कि हम इसे पाकिस्तान का क्षेत्र नहीं मानते हैं। खोस्त और पख्तिया प्रांतों से लगी सीमा पर आज सुबह से झड़प चल रही है। अफगानिस्तान में तालिबान को स्थापित करने में पाकिस्तान ने बड़ी भूमिका निभाई थी। अब वही तालिबान उसकी मुसीबत बन गया है।तालिबान के लड़ाके रुक रुक कर पाकिस्तानी फोर्स को निशाना भी बना रहे हैं। दूसरी तरफ अफगानिस्तान के लोग सोशल मीडिया पर पाकिस्तान को 1971 की हार याद दिला रहे हैं। पाकिस्तान की 53 साल पुरानी हार का आज भी मजाक बनाया जाता है। इतनी बेइज्जती सहने के बाद भी शहबाज शरीफ ने अफगानिस्तान की तरफ दोस्ती हाथ बढ़ाया है।
