मुज़फ्फरनगर। वन स्टाप सेंटर पर पुलिस सुरक्षा में रखी पीड़ित नाबालिग को दूसरे समुदाय का आरोपी सेंटर पर पहुंचकर गवाही देने पर जान से मारने की धमकी धमकी दे गया। पुलिस स्टाफ ने ही उसे किशोरी से मिलवाया। मामले में जांच के बाद एसएसपी ने वन स्टाप सेंटर की चौकी प्रभारी और दरोगा सहित पांच महिला पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। मामले की जांच कर रहे सीओ सदर ने लापरवाही की पुष्टि की है।
सूत्रों के अनुसार छपार थानाक्षेत्र के एक गांव निवासी नाबालिग को 12 दिसंबर को गांव का ही दूसरे समुदाय का युवक बहला फुसलाकर अगवा कर ले गया था। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने 14 दिसंबर को नाबालिग को बरामद कर आरोपी को पकड़कर जेल भेज दिया। वहीं किशोरी को वन स्टाप सेंटर भेजा गया। इसके बाद 15 दिसंबर को आरोपी का साथी एक मुस्लिम युवक नाम बदलकर हिंदू नाम से वन स्टाप सेंटर में पहुंच गया। पुलिस स्टाफ ने किशोरी से उसकी बात कराई गई। इस दौरान आरोपी ने किशोरी को मामले में गवाही नहीं देने का दबाव बनाया और गवाही देने पर जान से मारने की धमकी दी। यह बात पीड़िता ने परिजनों को बताई, जिसके बाद मामले की शिकायत एसएसपी से की गई। एसएसपी अभिषेक सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच सीओ सदर राजू कुमार साव से कराई। जांच में पूरा मामला सही मिला। जांच में पीड़िता से मिलने पहुंच युवक की आईडी वहां नहीं मिली, जबकि सीसीटीवी में प्रवेश होता दिखा। सीओ की जांच रिपोर्ट के बाद एसएसपी अभिषेक सिंह ने वन स्टाप सेंटर में तैनात चौकी इंचार्ज इला दास, दरोगा अनुप्रिया, कांस्टेबल रेनू व प्राची तथा छपार थाने में तैनात अंजलि को सुरक्षा से खिलवाड़ करने पर संस्पेंड कर दिया।
