मुजफ्फरनगर ।
ना हारना जरूरी है, ना जीतना जरूरी है।
जीवन एक खेल है, खेलना जरूरी है।।
शारदेन विद्यालय में त्रि दिवसीय वार्षिक खेल प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें कार्यक्रम के पहले दिन विद्यालय के चिल्ड्रन वर्ल्डस के नन्हें मुन्ने बच्चों ने हर्षोल्लास के साथ भाग लिया। छोटे-छोटे बच्चों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्साह पूर्वक भाग लिया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि
ए०डी०एम०श्री गजेंद्र सिंह जी की धर्म पत्नी श्री मती मोनिका सिंह जी उपस्थित रही। मुख्य अतिथि का अभिनंदन तिलक तथा माल्यार्पण द्वारा किया गया। नन्हे मुन्हे बच्चों ने मुख्य अतिथि को सलामी दी। बच्चों ने ऊंचे ऊंचे पिरामिड बनाकर अपनी प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथि ने नन्हे मुन्ने बच्चों को खेलों के प्रति सत्य निष्ठा की शपथ दिलाई।
मुख्य अतिथि श्रीमती मोनिका सिंह जी ने अपने संबोधन में कहा कि शारदेन स्कूल के छात्र सचमुच में वीर बालक है। बच्चों का बलिष्ठ शरीर एवं स्फूर्तिमय शरीर केवल खेलकूद द्वारा ही बनता है। यह प्रयास अनवरत रहना चाहिए।
शारदेन स्कूल के मैनेजमेंट, अध्यापकों एवं अभिभावकों द्वारा बच्चों पर बहुत ध्यान रखा जाता है और मैं उम्मीद करता हूं कि आने वाले समय में भी छात्रों को इसी तरह आगे बढ़ने का मौका दिया जाए।
तत्पश्चात खेल प्रतियोगिताओं का आरंभ हुआ। इन खेल प्रतियोगिताओं में विद्यालय के नन्हे मुन्ने बच्चों के लिए अनेक रोचक खेलों का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य रूप से साइकिल रेस , संता कलास रेस, 100 मीटर रेस, कैमल फुट रेस, टेडी रेस, रोल ओन द मैट रेस ,कमांडो रेस ,बैलेंस द बॉल, फ्लैग रेस, मून एंड स्टार रेस, बॉब द बिल्डर रेस, जेलीफिश रेस, फ्रूट रेस,पुट द बॉल इन द बास्केट, कैटरपिलर रेस, रिंग रेस, डक रेस, डबल रिंग रेस, 3 लेग रेस,बैकवर्ड रेस, लेमन स्पून रेस, कंगारू रेस, 100 मीटर रेस, सैक रेस, पिरामिड, हॉपिंग रेस, बैलेंस द बॉल रेस आदि मुख्य आकर्षण का केंद्र रही। नन्हे मुन्ने बच्चों ने विद्यालय द्वारा आयोजित रेसो में बढ़-चढ़कर भाग लिया। मुख्य अतिथि द्वारा विजेता बच्चों को मेडल तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
ए०डी०एम० पत्नी श्रीमती मोनिका सिंह जी ने कहा कि छोटे-छोटे बच्चों ने अपनी बहुत सुंदर प्रस्तुति दी है जिन्हें देखकर मैं भाव विभोर हो गई ऐसी सुंदर प्रस्तुति मैंने शारदेन के अलावा कहीं नहीं देखी। मैं हृदय से छोटे-छोटे बच्चों को अपना आशीर्वाद देती हूं कि वे इसी तरह अपने जीवन में खुशियों से महकते रहिए और आगे बढ़ते रहे।
आज शारदेन विद्यालय में वर्ल्ड मेडिटेशन दिवस के उपलक्ष्य में आर्ट ऑफ़ लिविंग की सदस्या श्रीमती सोनिया लूथरा जी ने आकर विद्यार्थियों को मेडिटेशन के लाभों से परिचित कराया। उन्होंने विद्यार्थियों को मेडिटेशन के लाभों से परिचित कराते हुए बताया कि इसके माध्यम से हम एकाग्रचित्त होना सीख जाते हैं जो कि हमें हमारे अध्ययन में सहायता प्रदान करता है तथा हमें जीवन में आगे बढ़ने में सहायक सिद्ध होता है।
आर्ट ऑफ लिविंग वर्तमान क्षण में जीने, सचेतनता विकसित करने और रोजमर्रा की जिंदगी में शांति और खुशी प्राप्त करने के लिए एक मार्गदर्शक है।
विद्यालय निदेशक श्री विश्व रतन जी के द्वारा मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका आभार व्यक्त किया गया। उन्होंने विजेता बच्चों को बधाई दी तथा बच्चों को खेल का महत्व बताते हुए कहा कि खेलने से बच्चों को स्किल डेवलपमेंट में मदद मिलती है। इससे न सिर्फ बच्चों की बौद्धिक क्षमता का विकास होता है बल्कि मानसिक रूप से भी बच्चे खुश और स्वस्थ रहते हैं। वहीं टीम में खेलने से बच्चे टीमवर्क, धैर्य रखना ,लीडरशिप जैसी क्वालिटीज भी सीखते हैं। अंत में प्रधानाचार्य श्रीमती धारा रतन जी ने सभी अभिभावको को उनकी उपस्थिति और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और छात्रों को उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए बधाई दी। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से किया गया। खेल समारोह को सफल बनाने में विद्यालय के सभी अध्यापकों का गहन योगदान रहा।
