फरीदाबाद। फतेहाबाद के गांव बड़ोपल स्थित एक ढाबा पर शुक्रवार दोपहर फरीदाबाद पुलिस की बदमाशों के साथ मुठभेड़ हो गई। इस दौरान काला जठेड़ी गैंग के दो बदमाशों को पुलिस ने ढेर कर दिया। मृतकों की पहचान सोनीपत निवासी रवि और रोहतक निवासी अंकित के रूप में है। मुठभेड़ उस दौरान हुई, जब पुलिस बदमाश रवि को अदालत में पेश करने के बाद वापस फरीदाबाद लौट रही थी। इसमें एक पुलिसकर्मी भी घायल है।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को फरीदाबाद से पांच पुलिसकर्मी की एक टीम नीमका जेल में बंद रवि नामक बदमाश को आर्म्स एक्ट के एक मामले में अदालत में पेश करने फतेहाबाद लेकर गई थे। दोपहर करीब दो बजे रवि को अदालत में पेश कर फरीदाबाद पुलिस उसे लेकर वापस लौट रही थी। इस दौरान आरेापी रवि पुलिस से लघुशंका जाने की बात बताया। इसके बाद पुलिस गांव बड़ोपल के पास एक ढाबा के नजदीक अपनी गाड़ी रोककर आरोपी को लघुशंका जाने को कहा। जैसे ही रवि पुलिस की गाड़ी से नीचे उतरने लगा, बाइक से आए उसके तीन साथियों ने पुलिस टीम पर पिस्तौल से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इससे पुलिस की टीम में अफरातफरी मच गई। बदमाशों से घिरता देखकर पुलिस ने भी जबावी कार्रवाई शुरू की। इसमें पुलिस की गोली एक बदमाश अंकित के सिर में लगी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उधर, मौका देखकर रवि अपने अन्य दोस्तों के साथ बाइक से भागने का प्रयास किया। पुलिस ने रवि को रुकने को कहा, लेकिन वह नहीं रुका। इसपर पुलिस ने फायरिंग की। इसमें रवि गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी भी मौत हो गई। बदमाशों से हुई मुठभेड़ में सिपाही सरजीत के हाथ में गोली लगी है। उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फतेहाबाद पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
जानकारी के अनुसार मृतक अंकित और रवि रिश्तेदार थे। अंकित रवि की बुआ का बेटा था। बताया जा है कि आरोपियों ने हमले की योजना पहले से ही बनाई थी। दो बाइक से आए तीन बदमाश पुलिस की गाड़ी का लगातार पीछा कर रही थी। इसकी जानकारी रवि को भी थी। इसलिए एक सुनसान जगह देखकर रवि ने लघुशंका जाने की बात पुलिस को बताया। लेकिन किसी प्रकार की अप्रिय घटना की आशंका को देखते हुए पुलिस एक ढाबे पर पर अपने वाहन को रोका। तभी बदमाशों ने 32 बोर के पिस्टल से हमला कर दिया। दो बदमाशों को गोली लगने के बाद बांकी आरोपी मौके से फरार हो गए।
जानकारी के अनुसार मृतक रवि गैगस्टर काला जठेड़ी गैंग का गुर्गा था। ये लौरेंस बिश्नोई गैंग से भी जुड़े थे। बताया जा रहा है कि साल-2018 में जब गुरुग्राम की पुलिस गैंगस्टर काला जठेड़ी को फरीदाबाद से लेकर गुरुग्राम जा रही थी। उस समय फरीदाबाद-गुरुग्राम मार्ग पर मृतक रवि अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस टीम हमला कर दिया था। साथ ही पुलिस पुलिस के चंगुल से काला जठेड़ी को छुड़ाकर फरार हो गए थे। उसमें गुरुग्राम पुलिस का एक एएसआई घायल हो गए थे।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि मृतक रवि साल-2022 से नीमका जेल में बंद था। उसके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, अपरहण व शस्त्र अधिनियम के मामले करीब 28 मामले दिल्ली, सोनीपत, रोहतक, जींद, फतेहाबाद व झज्जर के विभिन्न थानों में दर्ज थे। इसके अलावा मृतक अंकित के खिलाफ भी विभिन्न थानों में करीब 14 मुकदमे दर्ज थे। बताया जा रहा है कि पुलिस ने रवि को काला जठेड़ी को पुलिस के चंगुल से छुड़ाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। मामले की जांच फतेहाबाद पुलिस की टीम कर रही है। मामले में मौका व आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली जा रही है। साथ ही हमले के बाद मौके से फरार दो आरोपियों की तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है कि बदमाश और पुलिस के बीच करीब 15 मिनट तक फायरिंग होती रही। दोनों ओर से 30 राउंड से अधिक फायरिंग हुई होगी। स्थानीय लोग पहले बुलेट बाइक से पटाखा छोड़े जाना समझकर मामले को अनसुना कर दिए। लेकिन जब उन्हें जानकारी मिली कि पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़ हुई। उनके होश उड़ गए। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह टीम के इस साहसिक कार्य की सराहना की है।
