मुजफ्फरनगर । आज उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मण्डल मुजफ्फर नगर द्वारा जिलाधिकारी के माध्यम से बजट में व्यापारिक समस्याओं के निराकरण हेतु वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी को एक 12 सूत्री ज्ञापन भेजा गया।
देश का व्यापारी भारत की उन्नति एवं प्रगति में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है बिना कोई वेतन अथवा कमीशन लिए राजस्व संग्रह में निरंतर वृद्धि करने का कार्य व्यापारी कर रहा है जिससे देश की अर्थव्यवस्था और जीडीपी में व्यापक सुधार हो रहा है मोदी जी के कुशल नेतृत्व में राष्ट्रसमग्र उन्नति और विकास एवं आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है किंतु व्यापारियों की कुछ व्यावहारिक कठिनाइयां हैं जो आगामी बजट में निराकरण हेतु प्रेषित है।
नंबर वन सीनियर सिटीजन व्यापारी के लिए सरकारी कर्मचारी की तर्ज पर सम्मानजनक प्रश्न पेंशन योजना लाई जाए।
10 लाख तक आए पूर्णतया कर मुक्त हो।
धारा 43 भी एमएसएमई का क्रियान्वयन केवल विक्रेता की शिकायत पर ही हो अन्यथा नहीं।
टीडीएस कलेक्शन का 1% किसी भी रूप में व्यापारी को वापस दिया जाए।
5 टीडीएस जमा करने में लेट होने पर सजा का प्रावधान समाप्त हो।
6 सरकार की ब्याज दर लेने की और रिफंड देने की दरें एक ही हो।
7 सभी व्यापारियों और वरिष्ठ नागरिकों 60 वर्ष से ऊपर वालों को आयुष्मान योजना का लाभ दिया जाए।
8 मुजफ्फरनगर में काली नदी का सौंदर्य करण साबरमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर किया जाए।
9 टोल टैक्स की दरें कम की जाए लागत मूल्य वसूली होने के बाद टोल टैक्स लेना बंद किया जाए प्राइवेट कारों से टोल टैक्स समाप्त किया जाए।
10 रेडीमेड कपड़े पर 12% जीएसटी का सिलेबस समाप्त करके 5% का एक ही स्लैब लागू किया जाए अभी 5% तथा 12% के दो स्लैब हैं हर आम और खास व्यक्ति के लिए प्रयोग होने वाले कपड़े के लिए 5% का एक ही स्लैब जीएसटी में रखा जाए।
11 व्यापारी कोटे से पांच राज्य सभा पांच विधान परिषद विधायक पांच पांच नगर पालिका सभासद व्यापारी नामित किए जाएं ताकि व्यापारियों की समस्याएं सुगमता से सरकार तक पहुंचे और व्यापार का मार्ग प्रशस्त हो राजस्व में वृद्धि हो।
12 जीएसटी के अधिकारियों द्वारा व्यापारियों व उद्योगपतियों का नए-नए भिन्न-भिन्न तरीकों से उत्पीड़न किया जा रहा है इस उत्पीड़न को अविलंब बंद कराया जाए ताकि व्यापारी और उद्यमी अपने व्यापार और उद्यम सुगमता से चला सके।
प्रख्यात अर्थशास्त्री एवं राजनीतिज्ञ कौटिल्य के अनुसार कर का स्वरूप ऐसा होना चाहिए जैसा भंवरा फूल से पराग एकत्र करता है किंतु फूल को कोई नुकसान नहीं होता इसी प्रकार रामचरितमानस में भी कहा गया है कि कर का स्वरूप ऐसा हो जैसा सूर्य समुद्र से जल एकत्र करके बारिश करता है और समुद्र के स्वरूप को कोई नुकसान नहीं होता।
हमें आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास है कि उपरोक्त नियम में आगामी बजट में उपरोक्त अनुसार संशोधन करने पर भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की ओर तेजी से बढ़ेगी तथा व्यापार में सुगमता आएगी और मोदी जी का भारत की अर्थव्यवस्था में चार चांद लगेंगे, मोदी जी ओर भारतवासियों का स्वप्न साकार होगा अतः उपरोक्त अनुसार आगामी बजट में संशोधन करने का कष्ट करें हम आपके बहुत आभारी होंगे।
अशोक कंसल जिला अध्यक्ष, अजय सिंघल नगर अध्यक्ष ,श्याम सिंह सैनी जिला महामंत्री ,प्रवीण खेड़ा नगर महामंत्री ,राकेश गर्ग, दिनेश बंसल सुलखान सिंह नामधारी बाबूराम मलिक मनोज गुप्ता अमित मित्तल पंकज पूजा रामपाल सेन अशोक छाबड़ा पवन छाबड़ा आदि उपस्थित रहे।
