मुजफ्फरनगर । मीरापुर विधानसभा के उपचुनाव में नल और कमल की जुगलबंदी में साइकिल फंस गई है।
मतदान में वोटों के बिखराव के बाद मुकाबला रालोद प्रत्याशी मिथलेश पाल और सपा प्रत्याशी सुम्बुल राना के बीच सिमटने और रालोद का पलड़ा भारी होता नजर आया। आसपा तीसरे नंबर पर दिखी। बसपा गायब रही। मुस्लिम मतों की अधिकता वाले गांवों में सपा आगे दिखाई दी तो आसपा और एआईएमआईएम वोटों के लिए जूझती दिखी। हिंदू, पिछड़ा और जाट मतों की अधिकता वाले गांव में रालोद प्रत्याशी के पक्ष में रुझान नजर आया। भोकरहेड़ी, करहेड़ा, बेलड़ा समेत अन्य गांवों में रालोद प्रत्याशी के पक्ष में मतदाताओं की लामबंदी दिखी। मुस्लिम मतों की अधिवक्ता वाले ककरौली, सीकरी, मीरापुर, जटवाड़ा, जौली में सुबह मुस्लिम मतदाता सपा, बसपा और आसपा के बीच बंटते नजर आए। ककरौली में पथराव के बाद मुस्लिम मतों की लामबंदी सपा प्रत्याशी के समर्थन में अधिक दिखी। मीरापुर में अनुसूचित जाति के मतदाताओं में बिखराव नजर आया। युवाओं ने आसपा को तरजीह दी, जबकि अन्य मतदाताओं की पहली पसंद बसपा नजर आई। भाजपा-रालोद गठबंधन के हिस्से में भी दलित मतदाता आए। सपा यहां पर दलित-मुस्लिम फार्मूला बनाने में कामयाब होती नजर नहीं आई।