Taja Report

Advertisements
Advertisements

बेहतर भविष्य और कैरियर के रास्ते खोल रही एआई एजुकेशन

एआई कॅरिअर बनाने के लिए सबसे आधुनिक विधा बन रही है। इसके सिद्धांतों को समझ कर युवा बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। मशीन लर्निंग (एमएल), डीप लर्निंग, प्राकृतिक भाषा प्रोसेसिंग (एनएलपी) और रोबोटिक्स एआई के कुछ महत्वपूर्ण सिद्धांत हैं। मशीन लर्निंग की जानकारी से कंप्यूटर सिस्टम को डाटा के माध्यम से सीखने और उसमें सुधार करने और एमएल के ही दूसरे भाग डीप लर्निंग की समझ से छात्रों और पेशेवरों में डाटा के जटिल पैटर्न और फीचर्स की पहचान करने की क्षमता विकसित होती है। जहां एनएलपी तकनीक इन्सान को कंप्यूटर के माध्यम से मानव भाषाओं को समझने, विश्लेषण करने और उनसे परिणाम प्राप्त करने में मदद करती है, वहीं रोबोटिक्स का ज्ञान और कौशल रोबोट के निर्माण और उसके संचालन की समझ विकसित करने में सहायक है।
एआई से जुड़े कुछ ऑनलाइन और सर्टिफिकेशन कोर्स बेहतर कॅरिअर बनाने के लिए महत्वपूर्ण हैं। डिग्री लेने के बाद पीजी सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन एआई एंड डीप लर्निंग, फुल स्टैक एमएल एंड एआई प्रोग्राम, पीजी प्रोग्राम इन एआई एंड एमएल जैसे कोर्स एआई कौशल को बढ़ाते हैं। इससे इतर कोर्सेरा, उडेमी, एडेक्स आदि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उच्च गुणवत्ता वाले मैसिव ओपन ऑनलाइन एआई कोर्सेज उपलब्ध हैं। गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और आईबीएम जैसी कंपनियों के एआई डेवलपर, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट फॉर जेनरेटिव एआई, डीप लर्निंग जैसे फ्री सर्टिफिकेट कोर्सेज आपके कौशल को प्रामाणिक बनाते हैं।
इंटर्नशिप और नौकरी
पायथन, जावा और सी++ जैसी प्रोग्रामिंग भाषाओं का ज्ञान होना भी जरूरी है। इसके अलावा मजबूत डाटा विश्लेषण, सांख्यिकी, विभिन्न एल्गोरिदम और डाटा संरचनाओं की समझ भी होनी चाहिए। इंटर्नशिप करने से न केवल अनुभव और नेटवर्किंग में बढ़ोतरी होती है, बल्कि ऐसे लोगों को कंपनियां भी ज्यादा तवज्जो देती हैं। इंटर्नशिप करने के बाद डाटा एनालिस्ट, रिसर्च साइंटिस्ट, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, एआई रिसर्चर आदि उच्च वेतन वाले पदों पर नौकरी करते हुए एक बेहतर और सुरक्षित भविष्य बनाया जा सकता है।

Taja Report
Author: Taja Report

Facebook
Twitter
LinkedIn
WhatsApp

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *