मुजफ्फरनगर। विद्युत विभाग द्वारा उपभोक्ताओं का खुला शोषण किया जा रहा है
विभाग द्वारा थ्री फेस कनेक्शन की बिलिंग का कार्य लगभग गत कुछ माह से प्राइवेट कंपनी को दिया गया है तभी से थ्री फेस उपभोक्ताओं का भरपूर शोषण हो रहा है जो निम्न है
1-थ्री फेस उपभोक्ताओं के यहां सेj मीटर रीडर रीडिंग नोट करके ले जाते हैं विद्युत बिल नहीं देते हैं चार-पांच दिन बाद उपभोक्ता के फोन पर बिल का मैसेज आता है जिसको अधिकांश उपभोक्ता देख नहीं पाते व उनका बिजली बिल समय से जमा नहीं हो पाता तथा देर से जमा होने के कारण उनकी छूट भी खत्म हो जाती है
2-इसी के साथ देखने में आया है कि अधिकांश उपभोक्ताओं के बिल जो बाद में आ रहे है उनमें गड़बड़ी हो रही है जिससे उपभोक्ताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है
3-उपभोक्ता के यहां पर प्राइवेट मीटर रीडर के रूप में हर 15 दिन में नया आदमी पहुंच रहा है जो कहता है कि अब रीडिंग हम लेंगे
और 15 से 20 दिन में ही वह दोबारा बिल बना देता है जिसका उपभोक्ताओं को नुकसान हो रहा है
4-अधिकांश घरों में दिन के वक्त महिलाएं रहती हैं हर 15 दिन में नया आदमी घरों पर पहुंचता है वह अपने आप को मीटर रीडर बताता है जिसको वह पहचानते भी नहीं है ऐसे में अनहोनी की आशंका बनी हुई है
5-पहले उपभोक्ता के यहां रीडिंग लेते वक्त ही उनको बिल दे दिया जाता था जिसको उपभोक्ता द्वारा भी देख लिया जाता था कि उसकी कितनी रीडिंग है उसका बिल ठीक है या नहीं
6-ज्ञात हुआ है कि विद्युत विभाग द्वारा कंपनी को प्रत्येक उपभोक्ता के बिजली बिल बनाने की पेमेंट भी की जा रही है जबकि उपभोक्ता को बिल प्राप्त नहीं हो रहे हैं।
विद्युत विभाग द्वारा प्राइवेट कंपनी को यह काम सौंपे जाने से थ्री फेस उपभोक्ताओं का खुला शोषण हो रहा है व उपभोक्ताओं में जबरदस्त रोष बना हुआ है अगर विभाग द्वारा यह काम पहले की तरह सुचारू नहीं किया गया तो व्यापार संगठन द्वारा आंदोलन किया जाएगाइस दौरान व्यापार संगठन के कृष्ण गोपाल मित्तल, प्रदेश उपाध्यक्ष,मंडल प्रभारी सरदार बलविंदर सिंह प्रदेश मंत्री, राकेश त्यागी, नगर अध्यक्ष, पवन वर्मा, अध्यक्ष सर्राफा एसो, प्रवीण जैन जिला महामंत्री, तरुण मित्तल, पदेश युवा उपाध्यक्ष, मयंक गोयल नगर युवा अध्यक्ष हरिओम शर्मा,राजेंद्र अरोरा,विजय प्रताप सिंह,इकरार फारूकी,सुनील अरोरा,विक्की,भूरा कुरैशी,अशोक शर्मा,विशाल शर्मा,अक्षय,सोनू,अंशुल,रोहित
सहित अनेकों पदाधिकारी उपस्थित रहे
