मुजफ्फरनगर । श्री 1008 शांतिनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर मुनीम कॉलोनी के सभागार में आज परम पूज्य तपो निधि जागृतिकारी संत आचार्य 108 श्री नयन सागर जी मुनिराज की मंगलमय वाणी में प्रवचन श्रंखला के माध्यम से गुरुवर ने हमें संबोधित किया प्रवचन से पूर्व मंगलाचरण भजन के माध्यम से ही दीपक वर्मा एंड पार्टी संगीत द्वारा किया गया।
गुरुवर के चरणों का पाद प्रक्षालन करने का सौभाग्य श्री सुधीर जैन देवबंद वाले एवं श्री सतीश चंद जैन ca परिवार को प्राप्त हुआ महाराज श्री को शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य श्री सतीश जैन पैट्रोल पंप एवं श्री प्रेमचंद जैन suklaai परिवार को प्राप्त हुआ। प्रवचन का प्रारंभ मां शारदे मां की स्तुति से हुआ।
मुनिराज ने कहा कि धर्म क्या है यह समझने के लिए हम वर्षों से मंदिर में आ रहे हैं स्वाध्याय कर रहे हैं यह सब करते-करते हमारे अंदर अहंकार जन्म ले लेता है धर्म आदत का नाम नहीं है मंदिर आना एक संस्कार है आदत नहीं जिस दिन हम मंदिर नहीं जाते उसे दिन हमें अपनी निंदा करनी चाहिए धर्म छूटने का कारण है समय का अभाव धैर्य का अभाव ही धर्म से विमुख करता है मंदिर में पूजा करने का मध्यम ही हमें धर्मपथ पर लगाता है शास्त्रों का लेखन इसलिए हुआ कि हम उनके स्वाध्याय के माध्यम से मर्यादा मर्यादा का पालन करें जिस प्रकार जल की कुछ बंदे उबलते हुए दूध को शांत कर देती है। इस प्रकार गंदोधक के कुछ चित हमारे मन की कषाय और विकारों को शांत कर देते हैं शांत रहने से ही सफलता हासिल होती है। दिगंबर संत की एक मुस्कुराहट ही हमारे मन में शांति की अनुभूति कर देती है। धर्म के अनुसार चलो धर्म को अपने अनुसार मत चलाओ।
प्रवचन एवं गुरु भक्ति के प्रसारण में जैन बाल संस्कार का अतुलनीय सहयोग है , खतौली , बड़ौत , दिल्ली जैन समाज से धर्मबंधु आचार्य श्री के दर्शन करने आए , डॉ जयकुमार जी जैन , सुभाष जैन (फोटो स्टेट) , सुनील जैन नावला वाले , जितेन्द्र जैन टोनी , मनोज जैन LG , सतीश जैन CA , विप्लव जैन , रोहित जैन अप्पू , सतपाल जैन , रविन्द्र जैन वहलना , पुनीत जैन ,संजय जैन एलुमिनियम , जवाहर लाल जैन , विपिन जैन , अखलेश जैन , प्रेमचंद जैन , विभोर जैन , विकास जैन , अजय जैन , सुनील जैन टिकरी , अरविंद जैन , नीरज जैन कवाल वाले , नितिन जैन , अनुपम जैन , नितेश जैन , अनुज जैन , अतुल जैन ,अरविंद जैन कोयले वाले , अभय जैन जानसठ रोड , अरुण जैन बरला वाले एवं अन्य क्षेत्रों से धर्मबंधु प्रवचन में उपस्थित रहे।
