मुजफ्फरनगर । परम पूज्य आचार्य नयन सागर जी मुनिराज ने आज के प्रवचन में बताया कि संसार में सुख भी और दुख भी दोनों ही है संसार में सभी सुखी भी हैं दुखी भी हैं व्यक्ति सुख-दुख स्वयं देखता है यदि किसी व्यक्ति के घर लाइट चली गई तो वह पड़ोस के घर जाकर पूछता है कि आपके घर की लाइट आई हुई है क्या पड़ोसी कहता है कि हां हमारे यहां लाइट आई हुई है तो वह व्यक्ति बहुत दुखी होता है कि मेरे घर की लाइट गई हुई है तथा पड़ोस की लाइट क्यों आई हुई है व्यक्ति स्वामी की सुखी दुखी है व्यक्ति अपने दुख से दुखी नहीं है बल्कि दूसरे के सुख से दुखी है हमें चिंतन करना चाहिए कि हमारा अपना कल्याण किस प्रकार से हो हमें सुख दुख का नहीं है वत्सल अंक का सेवन करने से तीर्थंकर पद की प्राप्ति होती है परंतु हम वात्सल्य को नहीं अपनाते बारह भावना में लिखा है सुखी रहे सभी व्यक्ति संसार के यदि हम चिंतन करें कि संसार के सभी जीव सुखी रहे तो हमें भी खुशी स्वयं मिल जाएगी वात्सल्य अंग का अर्थ हमें संसार के सभी जीव से करुणा विनय एवं प्रेम बनाए गए तो स्वयं हम सुखी रह पाएंगे अभय दान दूसरे व्यक्ति की रक्षा करना है जब युद्ध होता है तो एक व्यक्ति दूसरे के प्रति सकारात्मक सोच रखता है तो धर्म है तथा द्वेष की सोच पाप है अधर्म है सकारात्मक सोच सुखी बनाता है यदि व्यक्ति दूसरे के प्रति प्रेम रखता है तो सच्चा सुख है पुण्य की प्राप्ति होती है यदि हम किसी दूसरे व्यक्ति के बारे में बुरा सोचते हैं तथा उसकी सोच दूसरे का बुरा नहीं हो सकता बल्कि वह पाप कमाता है प्रायः यदि किसी व्यक्ति को कोई सफलता पुरस्कार एवं यश मिलता है तो हमें खुश होना चाहिए तथा हमें प्रेरणा लेनी चाहिए हम अपने बारे में सोच और अपना आत्म कल्याण करें
प्रवचन एवं गुरु भक्ति के प्रसारण में जैन बाल संस्कार का अतुलनीय सहयोग है , रामपुर मनिहारन एवं ननोता जैन समाज से धर्मबंधु आचार्य श्री के दर्शन करने आए , डॉ जयकुमार जी जैन , सुभाष जैन (फोटो स्टेट) , सुनील जैन नावला वाले , जितेन्द्र जैन टोनी , मनोज जैन LG , सतीश जैन CA , विप्लव जैन , रोहित जैन अप्पू , सतपाल जैन , रविन्द्र जैन वहलना , पुनीत जैन ,संजय जैन एलुमिनियम , जवाहर लाल जैन , विपिन जैन , अखलेश जैन , प्रेमचंद जैन , विभोर जैन , विकास जैन , अजय जैन , सुनील जैन टिकरी , अरविंद जैन , नीरज जैन कवाल वाले , नितिन जैन , अनुपम जैन , नितेश जैन , अनुज जैन , अतुल जैन ,अरविंद जैन कोयले वाले , अभय जैन जानसठ रोड , अरुण जैन बरला वाले एवं अन्य क्षेत्रों से धर्मबंधु प्रवचन में उपस्थित रहे
