नई दिल्ली: किसानों और सरकार के बीच गतिरोध (Farmers Protest) दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। बीते गुरूवार को पंजाब में रेल रोकने और टोल फ्री करने के बाद अब संयुक्त किसान मोर्चा ने आज ग्रामीण भारत बंद का ऐलान किया है। जानकारी दें की किसान नेताओं और केंद्र के मंत्रियों के बीच चंडीगढ़ में बीते गुरुवार को तीसरे दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही। यह रात 8 बजे से करीब 1:30 बजे तक चली।
वहीं सूत्रों की मानें तो, सरकार ने MSP पर कानून बनाने के लिए कमेटी बनाने का प्रस्ताव दिया, जिसमें किसान और सरकार दोनों के प्रतिनिधि होंगे। किसान नेता एमएसपी गारंटी पर अड़े रहे।अब रविवार को फिर से बैठक होगी।
#WATCH | Chandigarh: After the meeting between the central government and the farmer unions concluded, farmer leader Jagjit Singh Dallewal says, “The protest will continue peacefully… We will not do anything else. We will appeal to the farmers too. When meetings are underway… pic.twitter.com/YJOZIZ8Nlm
— ANI (@ANI) February 15, 2024
आज अनेकों ट्रेड यूनियनों के साथ सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक कोई कृषि कार्य नहीं होंगे। वहीं गांव की दुकानें, बाजार और व्यवसाय भी बंद रहेंगे। इसके अलावा दोपहर 12 बजे तक शाम 4 बजे देश भर की प्रमुख सड़कों पर चक्का जाम होगा। इसके साथ ही 12 से 3 बजे तक हरियाणा में टोल नहीं लेने दिया जाएगा। इसके बाद आगामी 17 फरवरी शनिवार को ट्रैक्टर परेड भी होगी।
जानकारी दें कि संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनैतिक) की ओर से पंजाब और हरियाणा सीमा पर इस समय MSP कानूनों पर प्रदर्शन किया जा रहा है। ऐसे में संयुक्त किसान मोर्चा भी इसमें कूद पड़ा और देश भर में चक्का जाम और ग्रामीण भारत बंद रखने का ऐलान किया है। हालांकि वहीं संयुक्त किसान मोर्चा के गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने बताया कि ग्रामीण भारत बंद के दौरान कृषि गतिविधियां, मनरेगा के तहत काम, निजी दफ्तर, गांवों की दुकानों को पूरी तरह बंद रखा जाएगा। इसके साथ ही बुलेंस संचालन, अखबार वितरण, शादी, मेडिकल दुकानें और परीक्षा देने वाले छात्रों को भी रोका नहीं जाएगा।